उत्तराखंड
पहाड़ में 15 अगस्त
15 अगस्त मेरे लिए हमेशा उत्साह और जोश-खरोश का दिन रहा है—भाषण देना, परेड देखना। वह उत्सव आज भी मेरे लिए वैसा ही है। मेरे पास खुशी और दुःख, दोनों
READ MORE15 अगस्त मेरे लिए हमेशा उत्साह और जोश-खरोश का दिन रहा है—भाषण देना, परेड देखना। वह उत्सव आज भी मेरे लिए वैसा ही है। मेरे पास खुशी और दुःख, दोनों
READ MOREये है ज़िंदगी का रेला-पेला, किसी ने खेला, किसी ने झेला शक्ति के इस खेल में फूलों की साज़िश है, कांटे बदनाम हैं। महफ़िल सूनी है, जाम खाली हाथ हैं।
READ MOREअफसर बनने की चाह हमारे डीएनए में है और चुनाव की ड्यूटी में अवचेतन मस्तिष्क की यह चाह की पूर्ति तब होती है जब चपरासी से लेकर गज़ेटेड अफसर के
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