नंदादेवी रामलीला -परशुराम का प्रभावशाली जीवंत अभिनय कर वरिष्ठ रंगकर्मी अमरनाथ नेगी ने लोगों की खूब तालियां बटोरी।
Almora-सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा और समूचे कुमाऊँ की सबसे प्राचीन एवं ऐतिहासिक रामलीला — श्री नंदादेवी रामलीला का शुभारंभ बड़े धूमधाम के साथ किया गया। तृतीय दिवस की रामलीला में सीता स्वयंवर और परशुराम- लक्ष्मण संवाद की प्रभावशाली प्रस्तुतियाँ मंचित की गईं।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि महापौर अजय वर्मा विशिष्ट अतिथि नीरज तिवारी अधिशाषी अभियंता जल संस्थान, गीता भाकुनी कनिष्क अभियंता जल संस्थान, सर्वदलिया महिला संस्था उपाध्यक्ष राधा राजपूत और भगवती बिष्ट द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
महापौर अजय वर्मा ने रामलीला मंच पर सभी राम भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीराम का जीवन आदर्श, त्याग, मर्यादा और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। आज की पीढ़ी को रामलीला के माध्यम से इन मूल्यों को आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में रामलीला का अवलोकन कर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीला से प्रेरणा लेने की अपील की।
रामलीला मंचन का शुभारंभ श्रीराम स्तुति से हुआ। लीला प्रारंभ होने से पूर्व छोटे-छोटे बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। सरस्वती का अभिनय जीविका पाठक ने किया, जबकि वंदना में हर्षिता पांडे, अंजलि थापा, कनिष्का पांडे, सृष्टि उप्रेती कोमल कांडपाल, मानवी बोरा, काव्या कांडपाल ने अपनी प्रस्तुति दी।
परशुराम का प्रभावशाली और जीवंत अभिनय कर वरिष्ठ रंगकर्मी और दशहरा समिति अल्मोड़ा के संरक्षक अमरनाथ नेगी ने लोगों की खूब तालियां बटोरी।
इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष एवं लाला बाजार वार्ड पार्षद कुलदीप सिंह मेर, रामलीला कमेटी के संयोजक प्रकाश पांडे ने अतिथियों को राम प्रसादी भेंट स्वरूप प्रदान की। संचालन का दायित्व कमेटी के सचिव और नंदादेवी वार्ड के पार्षद अर्जुन सिंह बिष्ट ने निभाया।
संगीत में हारमोनियम पर कमेटी के निर्देशक मोहन जोशी तबले पर शेखर सिजवाली और मजीरे पर अंजन बोरा ने सहयोग दिया।
जनक का अभिनय शशि मोहन पांडे, विश्वामित्र राजेंद्र रौतेला, राम- द्रोण नेगी, लक्ष्मण- अविरल जोशी, सीता- किरन परगाई, सुनैना- मीनाक्षी हरबोला, रावण हरि विनोद साह, वाणासुर मुरली कांडपाल, बन्दीजन – लोकेश तिवारी और संजय जोशी, नेपाली राजा गणेश मेर, कुमाउनी राजा संदेश नेगी, हिमांचली राजा पार्थ पांडे, कालाधारी राजा जगदीश बिष्ट, घमंडी राजा हिमांशु परगाई, परशुराम अमरनाथ सिंह नेगी, सीता सहेली- रितिका, तनिष्का, हर्षिता, जीविका, अंजलि, मानवी, काव्या सृष्टि ने किया।
पात्रों का मेकअप दानिश और राजू शर्मा द्वारा किया गया। मंच पूजन नंदादेवी मंदिर के मुख्य पुजारी तारा दत्त जोशी ने संपन्न किया।
मंच सज्जा में अतुल वर्मा, महेंद्र बिष्ट, संदीप साह, राजकुमार बिष्ट, कविश अरोरा, जगदीश बिष्ट, राजेश पंत, जगदीश भंडारी, लोकेश तिवारी ने बहुत ही शानदार जनक दरबार, छाया चित्र, परशुराम सेट आदि का निर्माण कर लीला में चार चाँद लगा दिए।
पर्दे के पीछे रामलीला के निर्देशक परितोष जोशी ने पात्रों को क्रमबद्ध तरह से मंच में भेजने में अपना सहयोग प्रदान किया गया।
पात्रों को तैयार करने में हरीश बिष्ट, प्रकाश जोशी और चंद्र मोहन परगाई ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मंचन का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया पर नमन बिष्ट द्वारा किया गया।
माँ नंदादेवी मंदिर प्रांगण में लीला का आनंद लेने आए दर्शकों को सुव्यवस्थित रूप से बैठाने में राजेश पालनी और कमेटी के कोषाध्यक्ष धनंजय साह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।