डा चंद्र प्रकाश भैसोड़ा ने राजकीय मेडिकल कालेज अल्मोड़ा के स्थायी प्राचार्य का पदभार संभाला

प्राध्यापकों व कार्मिकों ने किया स्वागत
अल्मोड़ा। डा चंद्र प्रकाश भैसोड़ा ने राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान यानि राजकीय मेडिकल कालेज में स्थायी प्राचार्य के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है। डा भैसोड़ा पिछले लंबे समय से यह दायित्व संभाल रहे थे। उनकी स्थायी नियुक्ति का यहां प्राध्यापकों व कर्मचारियों ने स्वागत किया है। शनिवार को कई लोगों ने उनसे मुलाकात औपचारिक तौर पर उनको बधाई व शुभकामनाएं दी।
पिथौरागढ़ के थल के मूल निवासी हैं डा भैसोड़ा- डा सीपी भैसोड़ा मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के थल के मूल निवासी हैं। उन्होंने राइंका थल से अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी की वहीं दिल्ली से इंटरमीडिएट किया। डा भैसोड़ा ने उप्र के कानपुर स्थित प्रतिष्ठित गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज ( जीएसवीएमएम) से एमबीबीएस किया यहीं से एमडी फौरेंसिक मेडिसिन की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने अपना करियर पीजीआई चंडीगढ़ में सीनियर रेजीडेंट के रूप में शुरू की। तीन साल की सेवा के बाद 2002 से राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में दायित्व संभाला। डा भैसोड़ा 2016 से 2021 राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्रभारी प्राचार्य रहे। इस दौरान हल्द्वानी मेडिकल कालेज में फौरेंसिक मेडिसिन विभाग में पोस्टमार्टम परीक्षण मेडिकोलीगल ट्रेनिंग की शुरूआत की गई। यही नहीं एमबीबीएस की सीट 100 से बढ़ कर 125 तथा पीजी की 30 से बढ़कर 70 सीटे हुई जोकि एक उपलब्धि थी। इस दौरान हल्द्वानी में ट्रामा व वर्न सेंटर स्किल लैब की स्थापना भी की गयी। साथ ही 500 बैड के चिकित्सालय को 750 बैड किया गया। इनके कार्यकाल में नर्सिंग कॉलेज हल्द्वानी / पिथौरागढ़ एवं अल्मोड़ा की स्थापना की गयी। डा भैसोड़ा ने जुलाई 2021 में राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में प्रभारी प्राचार्य का कार्यभार ग्रहण किया गया। यहां आने के बाद उन्होंने एनएमसी की प्रथम बैच के लिए एलओपी जनवरी 2022 हासिल कर वाई। डा भैसोड़ा को कोविड-19 पैंडमिक मैनेजमेंट के लिए सचिव एवं निदेशक चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से 2022 में सराहनीय कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। डा भैसोड़ा को फोरेंसिक मेडिसिन और विष विज्ञान में फैलोशिप से सम्मानित किया गया। जुलाई, 2024 में चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने डाक्टर आफ द एयर पुरस्कार से नवाजा गया। उनकी पहल पर मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक एनआईसीयू-पीआईसीयू व एमआईसीयू की स्थापना की गयी है। बेस चिकित्सालय में माह जुलाई, 2025 में 30 बैडेड नशा मुक्ति केंद्र की भी स्थापना की गयी। वर्तमान में संस्थन में पीजी पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने के लिए समस्त औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गयी है। वर्ष 2023 में मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में 43 सीट पर पैरामेडिकल कोर्स प्रारंभ किये गए। वर्तमान में संस्थान में एमबीबीएस विद्यार्थियों के पंचम बैच के प्रवेश की कार्रवाई गतिमान है, एवं वर्तमान में 500 छात्र-छात्राएँ संस्थान में अध्ययनरत हैं। डा भैसोड़ा ने शनिवार को स्थायी प्राचार्य का पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा एवं निदेशक चिकित्सा शिक्षा तथा संस्थान के समस्त संकाय सदस्यों एवं कार्मिको का आभार व्यक्त किया है। कालेज के संकाय सदस्यों व कर्मचारियों ने स्थायी पदभार ग्रहण करने के मौके पर प्राचार्य को पुष्प गुच्छ के साथ बधाई दी गई। इस मौके पर कालेज के नोडल अधिकारी डा अनिल पांडे डा भारत भूषण डा सिन्हा डा निधि मंगला अल्मोड़ा मेडिकल कालेज डा पीत इंदर सिंह प्रवीण बोरा राकेश नेगी अमित कांडपाल आदि शामिल रहे।
फोटो- 1 प्रााचार्य का स्वागत करते कालेज के प्राध्यापक व कर्मचारी
