सड़कों व घर के पालतू जानवरों की देखभाल पर व्याख्यान आयोजित किया गया
देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से आज सायं केन्द्र के सभागार में सड़कों पर घर के पालतू जानवरों व सामुदायिक पशुओं की देखभाल पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया ।
डॉ. अतुल उनियाल,बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हस्बैंड्री_ द्वारा इस व्याख्यान में विशेष रूप से मानसून काल के दौरान पशुओं के स्वास्थ्य और उनके व्यवहार में आने वाली विविध समस्याओं पर वार्ता की गयी। डॉ. उनियाल वर्तमान में देहरादून केपेटक्यूरो अस्पताल में चिकित्सक हैं।
उन्होने पालतू और सामुदायिक पशुओं की सबसे आम समस्याओं की पहचान और उनके रोकथाम और प्रबंधन पर विस्तार से अपनी बात रखी.
उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण बात है कि हम इन पशुओं को कैसे संभालें और उन्हें कैसे बचाएँ. इसमें संचालक की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण होती है।
अपनी चर्चा में डॉ. उनियाल ने संक्रामक रोगों की पहचान, उनको दिये जाने वाले सामान्य आहार निर्देश, उनपर बाह्य परजीवियों जैसे टिक, पिस्सू और जूँ के प्रकोप को कैसे दूर करें, इन पर सार्थक जानकारी दी. पशुओं के आतों में अक्सर पैदा होने वाले कृमि व अन्य आंतरिक परजीवियों से होने वाली स्वास्थ्य दिक्कतों और उसकी रोकथाम व प्रबंधन पर भी उन्होने नई जानकारियां दी .
पशुओं के घाव,पहचान और उनके प्रबंधन, नाक में जोंक चले जाने जैसे अन्य सामान्य रोगों से बचाव और उनकी देखभाल पर भी लोगों को विस्तार से बताया.
डॉ. अतुल उनियाल ने पशु प्रेमियों से अपील की सड़को के पशुओं को दिये जाने वाले भोजन, उनको दी जाने वाली दवाओं, उपचार और देखभाल में समुचित धैर्य व सावधानी के साथ ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है,अन्यथा उनमें और समस्याएं आ सकती हैं। उपचार आदि के लिए जानकार और निकट के पशु अस्पताल के डॉक्टरों से सलाह लेकर उपचार करना बेहतर हो सकता है।
कुल मिलाकर यह व्याख्या न सभी पशु प्रेमियों, पालतू पशु मालिकों और सड़क पर पशुओं की देखभाल करने वाले प्रदाताओं के लिए उपयोगी व ज्ञानवर्धक रहा।कार्यक्रम के प्रारम्भ में केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने उपस्थित लोगों और आतिथि वक्ता डॉ. उनियाल का स्वागत किया। अन्त में उपस्थित श्रोताओं ने इस विषय पर विविध सवाल जबाब भी किये।
इस अवसर पर सुन्दर सिंह विष्ट, भारत सिंह रावत, कुलभूषण, आलोक कुमार, जगदीश सिंह महर, मनीष ओली, डॉ.लालता प्रसाद, विजय बी. यादव, विनोद उनियाल, प्रदीप डबराल, राकेश कुमार, अवतार सिंह सहित शहर के अनेक पशु प्रेमी, प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ता, पुस्तकाल के पाठक, साहित अन्य लोग उपस्थित रहे.