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माँ नन्दा देवी मेला-सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बाहरी राज्यों के कलाकार भी भाग लेंगे।

अल्मोड़ा। माँ नन्दा देवी मेला समिति के तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत नृत्य एवं गायन ऑडिशन का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। ऑडिशन में जूनियर एवं सीनियर वर्ग के प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
नृत्य ऑडिशन में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। ऑडिशन राउंड के बाद निर्णायक मंडल द्वारा जूनियर और सीनियर दोनों वर्गों से 10-10 प्रतिभागियों का चयन किया गया। इसी प्रकार गायन ऑडिशन में 55 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें से दोनों वर्गों से 5-5 प्रतिभागी फाइनल राउंड के लिए चयनित किए गए। चयनित प्रतिभागियों को समिति द्वारा फोन के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
निर्णायक मंडल में गायन प्रतियोगिता के लिए संगीतज्ञ अनिल सनवाल एवं मोहन जोशी मौजूद रहे, जबकि नृत्य ऑडिशन का मूल्यांकन राजेंद्र तिवारी एवं ममता वाणी भट्ट ने किया। समिति ने जानकारी दी कि गायन प्रतियोगिता का फाइनल मेला अवधि के दौरान आयोजित किया जाएगा। वहीं नृत्य ऑडिशन के सेमीफाइनल एवं फाइनल राउंड भी मेले के मंच पर ही होंगे। विजेता प्रतिभागियों को मेला समिति समय-समय पर मंच उपलब्ध कराती रहेगी, ताकि वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें।
कार्यक्रम में मुख्य संयोजक की भूमिका अर्जुन सिंह बिष्ट एवं मनोज सनवाल ने निभाई। मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा, मुख्य सांस्कृतिक संयोजक तारा चंद जोशी, हरीश बिष्ट, व्यवस्थापक अनूप साह, मेला सह संयोजक रवि गोयल, अमित साह मोनू, कुलदीप मेर, मीडिया प्रभारी कपिल मल्होत्रा, नमन बिष्ट, हितेश वर्मा, खेल संयोजक हरीश कनवाल, सांस्कृतिक सह संयोजक मनोज भंडारी, दयाकृष्ण परगाई, पंकज परगाई, पार्षद अंजू बिष्ट, साहिल कुमार, रौशन बनौला, हरीश भंडारी, पूर्व सभासद राजेंद्र तिवारी, शेखर सिजवाली एवं हिमांक समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
मेला समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि नन्दा देवी मेला केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने का भी माध्यम है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएं युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के साथ ही समाज में सांस्कृतिक चेतना को जीवित रखने का कार्य करती हैं।
ऑडिशन स्थल पर दर्शकों ने भी बच्चों और युवाओं के प्रदर्शन का भरपूर आनंद लिया और तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया। समिति का मानना है कि इस प्रकार के आयोजनों से नई पीढ़ी अपनी परंपरा और संस्कृति से जुड़ेगी तथा उनकी प्रतिभा को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि चयनित प्रतिभागियों की सूची शीघ्र ही सार्वजनिक की जाएगी। साथ ही फाइनल मुकाबलों को देखने के लिए लोगों में विशेष उत्साह है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बाहरी राज्यों के कलाकार भी भाग लेंगे, जिससे मेले की भव्यता और अधिक बढ़ेगी।