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नंदा देवी मेले में दिशा अकैडमी की रंगारंग प्रस्तुति

भरतनाट्यम, कृष्ण लीला और योग कला से मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

अल्मोड़ा। ऐतिहासिक माँ नंदा देवी मेले के तहत रविवार को नंदा देवी मंदिर परिसर में दिशा अकैडमी, अल्मोड़ा द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ नंदा सुनंदा के जयकारों के बीच हुई, जिसके बाद कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की कड़ी में सबसे पहले भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद “मोहन खेलत होली” शास्त्रीय नृत्य की अद्भुत झलक देखने को मिली। कव्वाली ने माहौल को सूफियाना रंग दिया तो वहीं कृष्ण लीला मंचन ने दर्शकों को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। नेशनल योग आर्टिस्ट नाविक और रुद्रांशी ने योग की अद्भुत कलाओं का प्रदर्शन कर सबका ध्यान आकर्षित किया। इसके अलावा दिश खुलीगे पहाड़ी नृत्य और राधा कृष्ण झांकी ने मेले की सांस्कृतिक विरासत को और भी जीवंत कर दिया। फूलों की होली के आयोजन ने वातावरण को पूरी तरह आनंदमय बना दिया।

कार्यक्रम का संचालन निर्देशक राजेंद्र तिवारी, शगुन त्यागी और हर्षिता तिवारी ने किया। जीविका म्यूजिक ग्रुप की शानदार प्रस्तुति पूनम पाठक द्वारा दी गई। वहीं स्टार नाइट में दीवान कनवाल, अजय ढौंडियाल और मनोज आर्या की गायकी ने दर्शकों को देर रात तक झूमने पर मजबूर कर दिया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष महेश नयाल रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व राज्य मंत्री बिट्टू कर्नाटक, क्षेत्र पंचायत सदस्य रोशन कुमार और कैलाश गुरुरानी मौजूद रहे। अतिथियों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि नंदा देवी मेला हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक है, और इस प्रकार के आयोजन नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य करते हैं।

र्यक्रम की व्यवस्थाओं का जिम्मा समिति के विभिन्न पदाधिकारियों और सदस्यों ने संभाला। अध्यक्ष मनोज वर्मा, सचिव मनोज सनवाल, मुख्य सांस्कृतिक संयोजक तारा जोशी, मेला सह संयोजक रवि गोयल, व्यवस्थापक अनूप साह, कोषाध्यक्ष हरीश बिष्ट, मुख्य संयोजक अर्जुन बिष्ट चीमा, संयोजक अमित साह मोनू, अमरनाथ नेगी, अमरनाथ सिंह नेगी, मीडिया प्रभारी कपिल मल्होत्रा, पार्षद कुलदीप मेर, सह संयोजक अभिषेक जोशी, मनोज भंडारी मंटू, धन सिंह मेहता, जीवन नाथ वर्मा, राजेंद्र बिष्ट, हरीश भंडारी, हितेश वर्मा, जगत तिवारी, आशीष बिष्ट, दया कृष्ण परगाई, नमन बिष्ट, पंकज परगाई, आदित्य बिष्ट, गोविन्द मेहरा और गीता मेहरा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

नंदा देवी मेले की यह सांस्कृतिक संध्या कला, संगीत, भक्ति और लोक परंपराओं का संगम रही। दर्शकों ने कलाकारों की प्रस्तुतियों पर जमकर तालियां बजाईं और आयोजन समिति की सराहना की। मेले के इस आयोजन ने न केवल स्थानीय संस्कृति को नई ऊर्जा दी, बल्कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी अविस्मरणीय क्षण प्रस्तुत किए।

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