नाग पंचमी पर जागेश्वर धाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, सावन में गूंजे ‘ॐ नमः शिवाय’ के जयकारे
सावन मास के पावन अवसर पर आज नाग पंचमी के दिन जागेश्वर धाम में श्रद्धा और आस्था का भव्य संगम देखने को मिला। हजारों की संख्या में श्रद्धालु देश-विदेश से भगवान शिव के इस प्राचीन धाम में पहुंचे और नाग देवता की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की।
सुबह ब्रह्ममुहूर्त से ही मंदिर परिसर में रौनक बढ़ गई थी। भक्तों ने दूध, बेलपत्र, दूर्वा और चंदन से नाग प्रतिमाओं का पूजन किया और सावन के सोमवार की विशेष पूजा के साथ ‘ॐ नमः शिवाय’ के मंत्रों से संपूर्ण वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
इस बार सावन में नाग पंचमी का विशेष योग बना है, जिससे जागेश्वर जैसे प्राचीन शिव धामों का महत्व और बढ़ गया है। स्थानीय पुजारियों के अनुसार, जागेश्वर मंदिर में नाग पंचमी पर पूजा करने से पितृ दोष, कालसर्प योग और मानसिक अशांति से मुक्ति मिलती है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, जागेश्वर धाम में शिव के साथ-साथ नागों का वास भी है। यह क्षेत्र शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक माने जाने वाले जागेश्वर ज्योतिर्लिंग की उपस्थिति के कारण विशेष धार्मिक महत्व रखता है।
स्थानीय प्रशासन और मंदिर समिति द्वारा सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की गई थी।
श्रद्धालुओं में महिलाओं, बच्चों और युवाओं की बड़ी भागीदारी रही, जो पारंपरिक वेशभूषा में मंदिर दर्शन को पहुंचे और पूरे दिन धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया।
जागेश्वर धाम में नाग पंचमी का पर्व न सिर्फ धार्मिक आस्था, बल्कि लोक संस्कृति, प्रकृति प्रेम और समुदाय की एकता का प्रतीक बनकर उभरा।