वरिष्ठ पत्रकार नवीन बिष्ट और कैकई का अभिनय कर रही पुष्पा रौतेला ने लोगों की खूब तालियां बटोरी।
Almora-सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा और समूचे कुमाऊँ की सबसे प्राचीन एवं ऐतिहासिक रामलीला — श्री नंदादेवी रामलीला के चतुर्थ दिवस की रामलीला में मंथरा कैकई संवाद, कैकई- दशरथ संवाद, राम दशरथ संवाद, राम सीता संवाद, राम कौसल्या संवाद, राम लक्ष्मण संवाद, लक्ष्मण- सुमित्रा संवाद और राम वनवास की प्रभावशाली प्रस्तुतियाँ मंचित की गईं।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य मेडिकल हॉल अल्मोड़ा के स्वामी राघव पंत, विशिष्ट अतिथि मनी नमन, कमेटी के संयोजक वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश पांडे, कमेटी के निर्देशक वरिष्ठ पत्रकार अनिल सनवाल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
मुख्य अतिथि राघव पंत ने सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में रामलीला का अवलोकन कर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीला से प्रेरणा लेने की अपील की।

रामलीला मंचन का शुभारंभ श्रीराम स्तुति से हुआ। लीला प्रारंभ होने से पूर्व छोटे-छोटे बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। सरस्वती का अभिनय जीविका पाठक ने किया, जबकि वंदना में हर्षिता पांडे, अंजलि थापा, कनिष्का पांडे, सृष्टि उप्रेती कोमल कांडपाल, मानवी बोरा, काव्या कांडपाल ने अपनी प्रस्तुति दी।
दशरथ का प्रभावशाली और जीवंत अभिनय कर वरिष्ठ रंगकर्मी और वरिष्ठ पत्रकार नवीन बिष्ट और कैकई का अभिनय कर रही पुष्पा रौतेला ने लोगों की खूब तालियां बटोरी।
इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष एवं लाला बाजार वार्ड पार्षद कुलदीप सिंह मेर, रामलीला कमेटी के सदस्य हरि विनोद साह ने अतिथियों को राम प्रसादी भेंट स्वरूप प्रदान की। संचालन का दायित्व कमेटी के सचिव और नंदादेवी वार्ड के पार्षद अर्जुन सिंह बिष्ट ने निभाया।
संगीत में हारमोनियम पर कमेटी के निर्देशक मोहन जोशी तबले पर शेखर सिजवाली, मजीरे पर अर्जुन बिष्ट और बासुरी पर अनिल कुमार ने सहयोग दिया।
दशरथ का अभिनय नवीन बिष्ट, कैकई पुष्पा रौतेला, मंथरा भावना पांडे, सुमित्रा दीक्षा हरबोला, कौसल्या भावना पांडे, राम- द्रोण नेगी, लक्ष्मण- अविरल जोशी, सीता- किरन परगाई ने किया।