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कारीगरों की सृजनशीलता को मिला सम्मान, अल्मोड़ा में मनाया गया 11वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस

almora-  नाबार्ड एवं  लोक चेतना विकास समिति   के संयुक्त तत्वावधान में 11वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस  उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) उपस्थित रहे। साथ ही जिला उद्योग केंद्र (DIC) के महाप्रबंधक, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक, ग्रामीण व्यवसाय इनक्यूबेटर के प्रतिनिधि, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक (DDM) एवं वस्त्र मंत्रालय के हस्तशिल्प विभाग की सहायक निदेशक, लोक चेतना विकास समिति के सचिव मौजूद रहे।
सीडीओ ने इस अवसर पर आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि हथकरघा और हस्तशिल्प न केवल आजीविका के साधन हैं बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा हैं। उन्होंने अल्मोड़ा जनपद के 6 कारीगरों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक (DDM) ने विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी और आश्वासन दिया कि ग्रामीण कारीगरों को बाजार से जोड़ने तथा स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे।
वस्त्र मंत्रालय के हस्तशिल्प विभाग की सहायक निदेशक ने भी अपने संबोधन में बताया कि हस्तशिल्पियों के लिए केंद्र सरकार की अनेक योजनाएँ संचालित हैं। उन्होंने कारीगरों को आर्टिजन कार्ड की प्रक्रिया और उसके लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा पंजीकरण की अपील की।


इस अवसर पर बांस उत्पाद, शॉल, ताम्र शिल्प एवं ऐपन कला से जुड़े कारीगरों को सीडीओ द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न शिल्पकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसे अतिथियों एवं प्रतिभागियों ने सराहा।
साथ ही लोक चेतना विकास समिति के सचिव ने प्रतिभागियों को आश्वासन दिया कि यदि कोई कारीगर नया व्यवसाय शुरू करना चाहता है या किसी भी प्रकार की मदद की आवश्यकता है, तो उनकी संस्था उन्हें संबंधित सरकारी विभागों से जोड़ने, योजनाओं का लाभ दिलाने तथा उत्पादों के विपणन में पूर्ण सहयोग करेगी।
कार्यक्रम में लोक चेतना विकास समिति से श्रीति कुमारी, तरन्नुम खान एवं देवेंद्र जोशी भी मौजूद रहे।